The Definitive Guide to सोयाबीन के तेल के फायदे

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हालांकि सोयाबीन तेल का उपयोग औद्योगिक उत्पादों में साबुन, सौंदर्य प्रसाधन, लुब्रीकेंट्स और अन्य प्रोडक्ट को बनाने के लिए किया जाता है, लेकिन यह व्यापक रूप से खाना पकाने में भी उपयोग किया जाता है। सोयाबीन तेल के लाभों के कारण, इसके उपयोग भी बहुत हैं।

स्तनपान करने वाले शिशु आमतौर पर सोयाबीन के लिए एलर्जिक होते हैं, क्योंकि सोयाबीन की जटिल फाइटोकेमिकल संरचना होती है।

फाइबर स्वस्थ शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। विशेष रूप से यह डाइजेस्टिव फाइबर आपके मल को बढ़ाता है जिससे आपका पाचन तंत्र बहुत ही स्वस्थ और बेहतर बना रहें। इसके अलावा, फाइबर पेरिस्टाल्टिक गति को बढ़ाता है, जो स्मूथ मसल्स को सिकोड़ता (सिस्टम के माध्यम से भोजन को आगे भेजने वाली मसल्स) है।



स्किन व बालों को स्वस्थ रखने में मददगार है

सोयाबीन का सेवन अधिक मात्रा में करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

सोयाबीन के तेल से हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। भले ही खाद्य उद्योग बाजार सोयाबीन के तेल को अच्छे रूप में प्रस्तुत करता हो, लेकिन वास्तव में साइंस इसका प्रभाव को विपरीत दर्शाता है। सोयाबीन के तेल में ज्यादातर पॉलीअनसेचुरेटेड वसा होता है। खाना पकाने की प्रक्रिया में गर्मी के संपर्क में आने पर ये वेजिटेबल ऑयल ऑक्सीडाई होते हैं। इन ऑक्सीडाइज़्ड फैट के सेवन से ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल लेवल और सीने में जलन जैसी समस्याएं होने लगती है।

कौन सा इंडियन कुकिंग ऑयल सबसे अच्छा है, इस पर पोषण विशेषज्ञ अंजलि मुखर्जी, एक more info इंस्टाग्राम रील में बताती हैं कि कुकिंग ऑयल चुनने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

गर्भावस्था गर्भावस्था सप्ताह दर सप्ताह

सोयाबीन के तेल का अत्यधिक सेवन करने से हमारे शरीर के अंगों में सूजन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसमें पॉलीअनसैचुरेटेड एसिड की मात्रा पायी जाती है जिसकी अधिक मात्रा से हमारे शरीर के मुख्य अंग जैसे किडनी और लिवर में सूजन की समस्या हो सकती है।

इसका सेवन करने से हमारे शरीर को कई सारे पोषक तत्व मिलते हैं

सोयाबीन के तेल के गुण करें हड्डियों को मजबूत - Soybena ke tel ke gun karen haddiyon ko majboot

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